Latest News
0

मौहब्बत घुल रही है अब फ़िज़ाओं में, धड़कते दिल, मचलते मन से पूछो, हाल क्या है इस मौसम में, किसी को दिल में रख कर के, मेरे दिल की धड़कनें भी धड़कना चाहती हैं, मेरी सपनीली आँखें भी किसी के ख्वाब बुनना चाहती हैं, मैं वो चेहरा खोजता हूँ जिसे आग़ोश में ल… Read more »

Read more »
28Mar2012

0
ये कैसी दीवानगी...
ये कैसी दीवानगी...

ये कैसी दीवानगी मुझको अता कर दी मेरे मौला, कहीं क़ाफ़िर न बन जाऊँ मैं उसकी मौहब्बत में, ख़ुदा तु मुआफ़ कर देना मुझे अपना समझ कर के, मैं सज़दे में झूकूँ उसके, ये जरूरी समझता हूँ, यहाँ पर मुझको चाहे लोग दे दें नाम दीवाने का, मैं मौहब्बत में उसकी बन्दग… Read more »

Read more »
25Mar2012
 
123 ... 18»
 
Top