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एक समय की बात है एक बच्चे का जन्म होने वाला था | जन्म से कुछ क्षण पहले ही उसने भगवान से पूछा की मैं तो इतना छोटा हूँ भला मैं धरती पर कैसे रह पाउँगा | कृपया मुझे अपने पास ही रहने दीजिये मैं कंही नहीं जाऊंगा | भगवान् बोले मेरे पास बहुत से फ़रिश्ते है उनमे से किसी एक को मेने तुम्हारे लिए चुन लिया है और वह तुम्हारा बहुत अच्छे से ख्याल रखेगा इसलिए तुम चिंता मत करो |
बच्चे ने पूछा यंहा स्वर्ग में मैं कुछ नहीं करता बस गाता और मुस्कुराता रहता हूँ ,मेरे खुश रहने के लिए इतना बहुत है इस पर भगवान् ने कहा कि तुम्हारा फ़रिश्ता तुम्हारे लिए गायेगा भी और हर रोज़ तुम्हारे लिए मुस्कुराएगा भी |तुम उसका प्रेम महसूस करोगे और खुश रहोगे |
बच्चे ने कहा जब वंहा लोग मुझसे बाते करेंगे तो मैं समझूंगा कैसे ? मुझे तो उनकी भाषा भी नहीं आती इस पर भगवान् ने कहा तुम्हारा फ़रिश्ता तुमसे बड़ी ही मधुर और प्यारे शब्दों में बात करेगा ऐसे शब्द जो तुमने यंहा भी नहीं सुने होंगे बड़े धर्य और सावधानी से तुम्हारा फ़रिश्ता तुम्हे बोलना भी सिखाएगा |
बच्चे ने पूछा जब मुझसे आपसे बात करनी हो तो मैं कैसे करूंगा ?भगवान् ने कहा तुम्हारा फ़रिश्ता तुम्हे हाथ जोड़कर प्रार्थना करना भी सिखाएगा और इस तरह तुम मुझसे बात कर पाओगे |
बच्चे ने फिर पूछा कि मैंने सुना है धरती पर बुरे लोग भी होते है उनसे मुझे कौन बचाएगा तो इस पर भगवान् ने कहा तुम्हारा फ़रिश्ता ही तुम्हारी रक्षा करेगा भले ही उसे अपनी जान क्यों न देनी पड़ जाएँ लेकिन मैं हमेशा दुखी रहूँगा क्योंकि मैं आपको नहीं देखा पाउँगा | इस पर भगवान् ने कहा ऐसा कुछ नहीं होगा तुम्हारा फ़रिश्ता तुमसे मेरे बारे में बात करेगा और तुम मुझे वापिस कैसे पा सकते हो ये भी तुम्हे सिखाएगा |
उस वक़्त स्वर्ग में असीम शांति थी लेकिन पृथ्वी पर किसी के कराहने की आवाज आई बच्चा समझ गया कि अब उसे जाना है रो उसने रोते रोते भगवान् से पूछा कि चलिए भगवान् अब मुझे उस फ़रिश्ते का नाम तो बता दीजिये मैं किस नाम से जाकर पुकारूँगा |
भगवान् ने कहा कि फरिश्ते के नाम का कोई महत्व नहीं है लेकिन बस इतना समझ लो तुम उसे माँ कहके पुकारोगे |

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