कुछ तो कहेगा दिल ये गर तलब इसे हुई,
ये बात और है कि तुम सुनो या ना सुनो,
मस्ती फिजां की देख के बहकेगा दिल ज़ुरूर,
बहके हुए इस दिल को तुम चुनो या ना चुनो!!
बचपन में चाचा चौधरी और पिंकी की कॉमिक्स तो आप सबने पढ़ी होंगी, लेकिन मोबाइल, लैपटॉप और टैबलेट के बढ़ते चलन की वजह से धीरे-धीरे बच्चों के हाथों से कॉमिक्स खत्म होने लगीं है। लेकिन अब आप इस ब्लॉग में चाचा चौधरी और दूसरी कई मनपसंद कॉमिक्स बड़े आराम से पढ़ सकते हैं|
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