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प्यारी माँ मुझको तेरी दुआ चाहिये,
तेरे आँचल की ठंडी हवा चाहिये,

लोरी गा-गा के मुझको सुलाती है तु,
मुस्कुरा के सवेरे जगाती है तु,
मुझ को इस के सिवा और क्या चाहिये,
प्यारी माँ मुझको तेरी दुआ चाहिये,
तेरे आँचल की ठंडी हवा चाहिये,

तेरी ममता के साये में फूलूँ-फलूँ,
थाम के तेरी अँगुली मैं बढ़ता चलूँ,
आसरा बस तेरे प्यार का चाहिये,
प्यारी माँ मुझको तेरी दुआ चाहिये,
तेरे आँचल की ठंडी हवा चाहिये,
तेरी ख़िदमत से दुनिया में अज़मत मेरी,
तेरे पाँवों के नीचे है ज़न्नत मेरी,
उम्र भर सिर पर हाथ तेरा चाहिये,
प्यारी माँ मुझको तेरी दुआ चाहिये,
तेरे आँचल की ठंडी हवा चाहिये,

दुनिया की खुशियाँ तेरे चरणों की धूल है माँ,
हम तेरे चमन के खिले फूल हैं माँ,
जिन्दगी के हर कदम पर तेरा आसरा चाहिये,
प्यारी माँ मुझको तेरी दुआ चाहिये,
तेरे आँचल की ठंडी हवा चाहिये,

सुन कर बातों को मेरी, माँ कुछ सोचती हुयी,
आँखों में अपने आँसुओं को रोकती हुयी,
माँ रो पड़ी माथे को मेरे चूमती हुयी,
अब कितने दिन तुम रहोगे, मेरे पास तुम यहाँ,
थकती नहीं है मुझ से वो ये पूछती हुयी,

रहती है जागती वो मेरी नींद के लिये,
मैं ठीक तो हूँ, हर वक़्त यही सोचती हुयी,
कहती है कैसे कटती है परदेश में तेरी,
आँखों से बहते अश्कों को पोछती हुयी,

आँखों में अपने आँसुओं को रोकती हुयी,
माँ रो पड़ी माथे को मेरे चूमती हुयी,
मैं कह पड़ा सुन कर माँ की बात को,
प्यारी माँ मुझको तेरी सदा दुआ चाहिये,
तेरे आँचल की सदा ठंडी हवा चाहिये।


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  1. माँ के आँचल की ठंडी हवा मन को सुकून देती है और उसकी दुआ सुरक्षा.'माँ' पर इस भावभरी कविता के लिए साधुवाद.

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