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कहो क्या भूल जाओगे?
कहो क्या भूल जाओगे?

याहू की वो मुलाकातेंवो प्यार भरी बातें वो लॉगिन होने का इंतजारवो इंतजार की रातें कहो क्या भूल जाओगे?वो फर्ज़ी नाम का बतानाहा हा लिख कर झूठा कहकहा लगानावो ASL पूछ्ने परअपनी उम्र को और कम बतानाकहो क्या भूल जाओगे?वो प्यार भरी तहरीरेंवो याहू की Emotion तस… Read more »

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31May2009

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तु आजाद है
तु आजाद है

तु आजाद है मेरे लिये आज भीतेरे पंख खुले हूयें हैं आज भीतु उड़ान पर होगी जब भी मेरे सामनेमैं साथ रहूँगा तेरे आज भीतु आसमान देख ना घबरानाइस जमीन का पहलू रहेगा संग आज भीफिर मस्त हो हवा में खो जानासौ साल जिन्दगी और है आज भीपता है मुझे सपने देखती है तुतेरे… Read more »

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27May2009

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दोस्त
दोस्त

जानकर दोस्त जो हमने थी निभाई यारीजाने क्यूँ ले गया मेरी वो वफायें सारीलोग कहते हैं में इतना चुपचाप क्यूँ हूँइतना गुमसुम, तनहा और अकेला क्यूँ हूँकैसे कह दूँ की में चुपचाप क्यूँ हूँ ,मेरी तो लूट कर खुशियाँ ले गया सारीजाने क्यूँ ले गया मेरी वो वफायें सा… Read more »

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24May2009

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आवाज़ तुम देना
आवाज़ तुम देना

एक गीत मैं लिखूंगाआवाज़ तुम देना,मैं रागों को सजाऊँसाज़ तुम देना | एक ....जोडेंगे टुकड़े -टुकड़ेहम आज अपने मन के ,गुन्थेंगे एक सुर मेंहर भाव जीवन केना हो कभी ख़तम जोवो शाम तुम देना | एक ...अगर हो जायेंगे मदमस्तथाम लेना मेरी बाहें,गर हम भटक गए तोसुलझाना… Read more »

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24May2009

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किसी की आँखों मे
किसी की आँखों मे

किसी की आँखों मे मोहब्बत का सितारा होगाएक दिन आएगा कि कोई शक्स हमारा होगाकोई जहाँ मेरे लिए मोती भरी सीपियाँ चुनता होगावो किसी और दुनिया का किनारा होगाकाम मुश्किल है मगर जीत ही लूगाँ किसी दिल कोमेरे खुदा का अगर ज़रा भी सहारा होगाकिसी के होने पर मेरी सा… Read more »

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24May2009

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कहाँ से आई चिट्ठी? जीमेल बताएगा
कहाँ से आई चिट्ठी? जीमेल बताएगा

जीमेल ने अपने लेब में एक और फीचर जोडा है. यह फीचर बताता है कि प्रयोक्ता ने अमुक चिट्ठी किस जगह से भेजी है.यह सुविधा उन लोगों के लिए काफी उपयोगी है जो लगातार भ्रमण करते रहते हैं. ऐसे लोग यदि किसी को चिट्ठी भेजते हैं तो बहुत सम्भव है कि सामने वाला व्यक… Read more »

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24May2009

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जीमेल लोड होने से पहले ही जानें कौन से ईमेल आए हैं
जीमेल लोड होने से पहले ही जानें कौन से ईमेल आए हैं

जीमेल ने एक नई सुविधा जोड़ी है जो वाकई में काफी काम की है. यह सुविधा आपको अपने इनबॉक्स का प्रिव्यू दिखाती है.मान लीजिए आप किसी ऐसी जगह से इंटरनेट एक्सेस कर रहे हैं जहाँ स्पीड काफी कम है. आप मिनटों तक इंतजार कर जीमेल को लोड करते हैं और देखते हैं कि कोई… Read more »

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24May2009

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नई वीडियो कानफ्रेंसिंग तकनीक से कम होगी दूरियाँ
नई वीडियो कानफ्रेंसिंग तकनीक से कम होगी दूरियाँ

सेलफोन और लेपटोप के माध्यम से की जा रही हाल की वीडियो कानफ्रेंसिंग तकनीक उतनी सुदृढ नही है. कम फ्रेमरेट और बैंडविथ की वजह से तस्वीरें अटक अटक कर आती है, और प्रयोक्ता को यह अहसास नहीं होता कि सामने वाला व्यक्ति उसके पास ही है.लेकिन वर्जिनीया विश्वविद्… Read more »

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24May2009

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एक लीटर में 2088 किलोमीटर, कमाल की कार!
एक लीटर में 2088 किलोमीटर, कमाल की कार!

यह कार वैसे तो सौर ऊर्जा से चलती है, लेकिन यह जितनी इलैक्ट्रिसिटी की खपत करती है उसको पेट्रोल खपत में बदला जाए तो नतीजा यह निकलता है कि यह कार एक लीटर पेट्रोल में 2088 किलोमीटर तक चल सकती है!यह कार बनाई है अमेरिका की पर्ड्यू विश्वविद्यालय के छात्रों … Read more »

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24May2009

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एक माँ है जो मुझसे खफा नहीं होती
एक माँ है जो मुझसे खफा नहीं होती

तेरे दामन में सितारे हैं तो होंगे ऐ फलकमुझको अपनी माँ की मैली ओढ़नी अच्छी लगी।लबों के उसके कभी बद्दुआ नहीं होतीबस एक माँ है जो मुझसे खफा नहीं होती।मुझे बस इसलिए अच्छी बहार लगती हैकि ये भी माँ की तरह खुशगवार लगती है।बुलंदियों का बड़े से बड़ा निशान छुआउठा… Read more »

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24May2009

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बेटियाँ
बेटियाँ

ओस की बूंदों सी होती हैं बेटियाँ !खुरदरा हो स्पर्श तो रोती हैं बेटियाँ !!रौशन करेगा बेटा बस एक ही वंश को !दो - दो कुलों की लाज ढोतीं हैं बेटियाँ !!कोई नहीं है दोस्तों एक दुसरे से कम !हीरा अगर है बेटा तो मोती है बेटियाँ !!काँटों की राह पर खुद चलती रहे… Read more »

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23May2009

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कलम लेखकों से लहू मांगती है
कलम लेखकों से लहू मांगती है

अभी रिक्त भरना खाका चमन का,नया रूप गढ़ना है उजडे वतन का|पहाडो का दामन न छुए पडोसी,सुलह कर न गर्दन दबाये सपन का|सजाले पुजारी हृदय की उषा को,धरा यह रवानी की बू मांगती है,कलम लेखको से लहू मांगती है|वतन के लिये ही कलम जन्मती,समर्पण वतन के लिये जानती है|व… Read more »

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23May2009

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अगर कह सको ! कह अमन देश में है
अगर कह सको ! कह अमन देश में है

अगर कह सको! कह अमन देश में है|यहाँ सेज काटों के सजते रहें हैं,लहू से सने फूल पचते रहें है|भले जन्म कलिओं का होता कफ़न में,मगर ढोल खुशिओं के बजते रहें है|अमीरी में कुत्ते भी रहते यहाँ पर,गुज़र आदमी का कठिन देश में है|अगर कह सको! कह अमन देश में है|विपुल… Read more »

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23May2009

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भाषणों से युग बदलने का नहीं
भाषणों से युग बदलने का नहीं

कुछ नई हिम्मत से रचना कर दिखाओ,भाषणों से युग बदलने का नहीं|बेबसी का पाश है जब तक नियंता,पश्चना का दैत्य टलने का नहीं|भाषणों से युग बदलने का नहीं|जब तलक हम बातें करते जा रहें,कर्म के हित स्वांग भरते जा रहें|हो सकी कुछ भी नहीं तब्दीलियाँ,बेकसों के नयन … Read more »

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23May2009

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अभी है सवेरा तुम्हारे सफ़र का
अभी है सवेरा तुम्हारे सफ़र का

अभी है सवेरा तुम्हारे सफ़र का,चलो आसुओं को कफ़न से सजानेजमी को उठाकर गगन पर बिठानेसितारों की दूरी न दूरी रहेगी,नहीं यह आज़ादी अधूरी रहेगी,नये दीप को आंधिओं में जलाओ,अंधेरा डगर है, अंधेरे शहर काअभी है सवेरा तुम्हारे सफ़र काअडे हैं पहाडों के पत्थर पुराने… Read more »

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23May2009
 
 
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